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Introduction to PHP and How PHP Works

Introduction to PHP

PHP एक Open-Source, Interpreted और Object Oriented Scripting Language है| जिसे Server-Side पर Execute किया जा सकता है। PHP का Use Web Development में Dynamic और Interactive Web Page बनाने के लिए Use किया जाता है। PHP के Code को HTML के Code में embedded किया जाता है, और Client के Web Browser पर HTML Send करने से पहले Server इसे Execute करता है। PHP, Developer को ऐसे Web Page बनाने की Permission देता है, जो Personalized है, और User के साथ Interact कर सकते हैं।

PHP को 1994 में Rasmus Lerdorf द्वारा बनाया गया था, और यह वर्षों से लगातार Developed और Improve होता रहा है। PHP का उपयोग Windows, Linux और macOS सहित किसी भी Operating System पर किया जा सकता है। यह Apache और Nginx जैसे विभिन्न प्रकार के Web Server को भी Support करता है।

PHP में  कुछ प्रमुख Feature included हैं-

  • Easy to Learn: PHP एक आसानी से सीखी जाने वाली Language है, जो C और Java के समान है। इसका Syntax Simple होता है, और इसे सीखने के लिए बहुत अधिक Programming Knowledge की आवश्यकता नहीं होती है।
  • Cross-Platform Compatibility: PHP एक Cross-Platform Language है, जिसका use विभिन्न Operating System और Web Server पर किया जा सकता है।
  • Database Integration: PHP का use MySQL, Oracle, और PostgreSQL सहित विभिन्न Database के साथ Interact करने के लिए किया जा सकता है।
  • Large Community: PHP Developers का एक बड़ा और Active Community है, जो इसके Development में Support Provide करता है।
  • Open-Source: PHP एक Open-Source Language है, जिसका अर्थ है कि इसका Source Code किसी के भी use और Modify करने के लिए Freely Availble है।

PHP का use Dynamic Webpages, E-commerce Websites, Content Management System और Web Application  बनाने के लिए किया जाता है। इसका उपयोग Command-Line Application और Desktop Application को Develop करने के लिए भी किया जा सकता है।

PHP Development Start करने के लिए Programmer को एक Web Server जैसे कि Apache या Nginx और एक PHP Interpreter Install करने की आवश्यकता है। Laravel, CodeIgniter, और Symfony जैसे Multiple Popular, PHP Frameworks हैं, जो Web Application को Fast और Efficiently Develop करने में Support करते हैं।

How PHP Works

PHP एक Server-side Scripting Language है| जिसका अर्थ है, कि यह Client के Web Browser पर नहीं Server पर Run करती है। जब कोई User PHP Code वाले Web Page को Request करता है, तो Server PHP Code को Execute करता है| और एक HTML Output Page Generate करता है, और User के Browser पर वापस Send करता है।

PHP कैसे Work करती है, इसके Basic Process को Multiple Steps में Divide किया जा सकता है| जोकि निम्नलिखित है –

  • User requests a Webpage: एक User एक URL Type करके या एक Link पर Click करके एक Web Page का Request करता है।
  • Web server receives the request: Web Server Request Receive करता है| और Determine करता है, कि Page में PHP Code है।
  • PHP script is executed: Server Script में PHP Code को Execute करता है, और एक HTML Output Generate करता है।
  • HTML output is sent to the user: Server HTML Output को User के Web Browser पर वापस Send करता है।
  • Web page is display: User का Web Browser Web Page को Display करता है, जिसमें PHP Code द्वारा Geranate Dynamic Content होता है।

इस Process को Succefuly Complete करने के लिए Web Server को एक PHP Interpreter install करने की आवश्यकता होती है। PHP Interpreter PHP Code को Execute करने और HTML Output Generate करने के लिए Responsible होता है। PHP Interpreter को Apache या Nginx जैसे विभिन्न Web Server के साथ काम करने के लिए Configure किया जा सकता है।

जब एक PHP Script Execute की जाती है, तो Interpreter Code Line By Line Read करता है| तथा Statement या Function को Execute करता है। Interpreter Data को Retrieve करने या Store करने के लिए Database और अन्य Service के साथ भी Interact कर सकता है।

PHP Script में Conditional statements, Loops और Function Include होते हैं, जिससे Developer को Complex Web Application बनाने की Permission मिलती है। PHP में बड़ी संख्या में Built-in Function और Library भी होती हैं, जो Developers के लिए Common Task को करना आसान बनाता है, जैसे Email Send करना या User Input Validate करना।

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