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Communication

Communication एक Communication Channel (Device, System, या Entity) के माध्यम से दूसरे Device, System, या Entity में Information, Data या Message का Transfer करना होता है। जिसमे Communication Channel एक Physical या Virtual Medium हो सकता है| जैसे Wired एवं Wireless Network। Communication Process में  Message को Transmission करने के लिए एक Suitable Format में Encode करना, Communication Channel पर Message Transmite करना और Reciever End पर Message को Decode करना Include होता है।

Communication की Accuracy और Reliability विभिन्न Facttor पर Depend करती है, जिसमें Communication Channel की Quality, Use किए गए Encoding और Decoding Algorithms और Message को सही ढंग से समझने के लिए Reciever की Capacity Include है। Technical Communication का उपयोग विभिन्न Purpose के लिए किया जा सकता है| जैसे Data Transmite करना, Devices को Synchronize करना, Control Signal को Exchange करना या Multimedia Content को Transmite करना|

Types Of Communication

  • Serial Communication: यह एक Communication Line या Channel पर Sequentially रूप से एक Time में एक Bit Data Transmite करने की एक Simple Method है।
  • Parallel Communication: इस Method में, Data के Multiple Bit एक साथ Multiple Communication Line या Channel पर Transmite किए जाते हैं।
  • Synchronous Communication: इस प्रकार के Communication में एक Continuous Stream में Data Send करना Include होता है, जिसमें प्रत्येक Bit Data एक Fix Rate पर Transmit होता है।
  • Asynchronous Communication: इस प्रकार के Communication में, Sender और Receiver के बीच Fix Time Relationship के बिना Data Transmit होता है। Sender और Receiver End पर Transmission की Accuracy Ensure करने के लिए Start और Stop Bits का use किया जाता हैं।
  • Wired Communication: इसमें एक Physical माध्यम, जैसे Cable पर Data Transmit करना Include है। Wired Communication के उदाहरणों में Ethernet, USB और Firewire Included हैं।
  • Wireless Communication: इसमें Radio Wave अथवा Infrared Signal का use करके Virtual Medium से Data Transmit करना Include है। Wireless Communication के Example में Wi-Fi, Bluetooth और Cellular Network शामिल हैं।
  • Network Communication: यह Computer Network पर Device के बीच Data के Exchange को Refer करता है। Network Communication Protocol के Example में TCP/IP, HTTP, FTP, और SMTP include हैं।
  • Interprocess Communication: इसमें एक ही Computer पर या Network से जुड़े विभिन्न Computers पर चल रही Process के बीच Data का Exchange Include है।

Communication Process

Sender

Data Communication में Sender वह Device या Unit है, जो Data के Transmission की शुरुआत करता है। यह एक Computer, Smartphone, Sensor या कोई अन्य Device हो सकता है| जो Data Generate करने और Transmite करने में सक्षम होता है। Sender, Data को एक Format में Convert करता है, जिसे Communication Channel पर Send किया जा सकता है|

और इसके बाद Sender इसे Receiver को Send करता है। Sender यह सुनिश्चित करने के लिए Responsible है, कि Data Accurate और Efficiency से Transmite होता है, जिसमें Error Checking, Flow control और Congestion Control जैसे Task Included होते हैं। Effective Communication के लिए आवश्यक है, कि Sender और Receiver को Data को Encode और Decode करने के लिए use किए जाने वाले Protocol और Standards की एक Common Understanding हो।

Message

Data Communication में, एक Message Data की Unit है, जो Sender और Receiver के बीच Transmit होता है। यह एक Text, Image, Vedio या Data का कोई अन्य रूप में हो सकता है| जिसे Communication Channel पर Transmit किया जा सकता है। Message आमतौर पर एक Digital Format में Represent किया जाता है| और Channel पर Bits के Sequence के रूप में Transmit किया जाता है। जोकि Ensure करता है, कि Message, Accurate और Efficiency के साथ Transmit हो|

यह आमतौर पर एक Standardized Protocol या Format जैसे ASCII, Unicode, या JPEG का use करके Encode किया जाता है। Message के साथ Information Control जैसे Header, Trailer और Error Correction Code होता है, जिनका Use Communication की Integrity और Reliability सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है। Receiver इन Control Information का use Message को Decode करने और Original Data के Reconstruct करने के लिए करता है।

Encoding

Data Communication में Encoding एक Message को एक Format में Convert करने की Process है, जिसे Communication Channel पर Transmit किया जाता है। Encoding में Message को Bits के Sequence में Change करना शामिल है| जिसे Electrical, Optical, या Electromagnetic Signal द्वारा Represent किया जा सकता है, जिसे Communication Channel पर Transmit किया जा सकता है। Message के Type और Channel की Characteristics के आधार पर विभिन्न Encoding Techniques का use किया जा सकता है।

Example – एक Text Message को ASCII या Unicode का use करके Encode किया जा सकता है, जबकि एक Image को JPEG या PNG का use करके Encode किया जा सकता है। Encoding Process में Error Detection और Correction Techniques को भी Implement किया जाता है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि Message Accurate और Reliably रूप से Transmit हो। Receiver, Transmitted Signal को Original Message में वापस Original Message में Change करने के लिए एक Decoding Process का use करता है। Effective Communication के लिए आवश्यक है, कि Sender और Receiver एक Common Encoding और Decoding Scheme का use करें| ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि Message Accurate रूप से Transmit और Explanation किया गया है।

Receiver

Data Communication में Receiver वह Device या Unit है, जो Communication channel पर Sender से Transmit Data Receive करता है। Receiver Original Message Extract करने के लिए Data को Decode करता है| और Intended Meaning के अनुसार इसको Interpret करता है। Receiver, Error को Detect और Correct भी कर सकता है, यह Ensure करने के लिए कि Data Accurate और Reliably रूप से Receive हुआ है।

एक बार Data Receive और Process हो जाने के बाद Receiver Message के Content के Base पर उचित Action Perform कर सकता है, जैसे Screen पर Data Display, Databae में Store करना या Automate Response को Trigger करना। Effective Communication के लिए आवश्यक है, कि Sender और Receive को Data को Encode और Decode करने के लिए use किए जाने वाले Protocol और Standards की एक Common Understanding हो| और यह कि Communication Channel Error या Interference के बिना Data Transmit करने के लिए Reliable और Secure हो।

Decoding

Data Communication में Decoding, Transmit Data को उसके Original Message Format में वापस Change करने की Process है। Receiver, Receive Signal को उसके Original Data रूप में Change करने के लिए Decoding Algorithm या Method का use करता है। इस Process में Receive Signal से Message Extract करने, Agreed-upon Protocol या Standard के अनुसार इसकी व्याख्या करना और Receive Data की integrity और accuracy को Verify करना Include है।

Decoding में Error Detection और Correctin Techniques को Include किया जा सकता है, ताकि यह Ensure किया जा सके कि Received Data, Accurate और Reliable है। Data, Sucessfully Decode हो जाने के बाद Receiver द्वारा Process और use किया जा सकता है। Effective Communication के लिए आवश्यक है, कि Sender और Receiver एक सामान्य Encoding और Decoding Scheme का use करें| ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि Message Accurate रूप से Transmit और Interpreted किया गया है।

Feedback

Data Communication में, Feedback, Receiver द्वारा Sender को वापस भेजी गई Response या Acknowledgment को Refer करता है| यह Indicate करता है कि Transmited Message, Receive हो गया है। Feedback, Communication Process का एक Mandatory Component है, क्योंकि यह Sender को यह Verify करने में सक्षम बनाता है, कि Message Receive हो गया है और उस पर Recevier के द्वारा Action की गई है। Feedback, ACK (Acknowledgment) और NAK (Negative Acknowledgment) जैसे Control Singal का रूप में होती है, जो Indicate करती है कि Message सही तरीके से Receive हुआ है या नहीं। Feedback Receiver की Statuc के बारे में Information भी Provide करता है|

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